भारतीय टीम में ऐसे कई खिलाड़ी आए और अभी वर्तमान में भी हैं जिन्होंने अपना जीवन क्रिकेट के लिए समर्पित कर दिया. हम आज ऐसे ही कुछ प्लेयर्स के बारे में बात करने वाले हैं जो अपने लिए नहीं बल्कि देश के लिए क्रिकेट खेलते है.
1. सचिन तेंदुलकर :-
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन की क्रिकेट के प्रति दीवानगी किसी से छुपी नहीं है. कई बार जब वह अपने टीम को मैच नहीं जीता सके, तब उन्हें मैदान पर भावुक होते हुए भी देखा गया. 1999 में एक टेस्ट में टीम को जीत दिलाने के अंतिम पल में जब वे आउट हो गए तो उनकी आंखें नम हो गई थीं।
1999 में जब सचिन ने अपने पिता को खो दिया था, इसके बाद भी वह मैच में वह बैटिंग करने उतर गए और शतकीय पारी खेलकर टीम को महत्वपूर्ण योगदान दिया. 2011 वर्ल्ड कप जीतने पर सचिन सहित सभी खिलाड़ियों की आंखों में आंसू आ गए थे. 16 नवंबर 2013 को अपने विदाई मैच के बाद सचिन बहुत ज्यादा रोने लगे जिसे देखकर उनके बेटे अर्जुन और उनके करोड़ों फैंस की आंखें भी नम हो गई थीं।
1999 में जब सचिन ने अपने पिता को खो दिया था, इसके बाद भी वह मैच में वह बैटिंग करने उतर गए और शतकीय पारी खेलकर टीम को महत्वपूर्ण योगदान दिया. 2011 वर्ल्ड कप जीतने पर सचिन सहित सभी खिलाड़ियों की आंखों में आंसू आ गए थे. 16 नवंबर 2013 को अपने विदाई मैच के बाद सचिन बहुत ज्यादा रोने लगे जिसे देखकर उनके बेटे अर्जुन और उनके करोड़ों फैंस की आंखें भी नम हो गई थीं।
2. युवराज सिंह ;-
भारत के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज युवराज सिंह को सिक्सर किंग के नाम से जाना जाता है. 2011 वर्ल्ड कप में मेन ऑफ द टूर्नामेंट रहे युवराज सिंह ने गेंदबाजी, फील्डिंग और बैटिंग हर क्षेत्र में अद्भुत प्रदर्शन किया. वर्ल्ड कप के कुल नौ मैचों में युवराज ने 362 रन बनाए साथ ही उन्होंने 15 विकेट भी चटकाए थे.
लेकिन शायद ये बात जानकर आपकी भी आंखें नम हो जाएंगी कि वर्ल्ड कप के दौरान युवराज कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रहे थे. एक इंटरव्यू में युवराज सिंह ने बताया की उन्हें वर्ल्ड कप के समय कई बार कमजोरी महसूस हुई और खून की उल्टी भी हुई थी. लेकिन उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और पूरा फोकस खेल पर लगाकर भारत को वर्ल्डकप जिताने में अहम भूमिका अदा की. वर्ल्डकप जीतने के बाद युवराज अपने इमोशन को नहीं रोक पाए और मैदान पर ही रोने लगे.
3. महेंद्र सिंह धोनी :-
भारतीय टीम में अपने शानदार बैटिंग के लिए पहचाने जाने वाले धोनी के फैंस दुनिया भर में हैं. कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने अपने जीवन के लगभग 10 साल क्रिकेट के लिए समर्पित कर दिए. धोनी ने 4 जुलाई 2010 को साक्षी से शादी की थी.
एक इंटरव्यू के दौरान धोनी ने कहा की साक्षी का उनके जीवन में तीसरा महत्वपूर्ण स्थान है. उन्होंने पहले नंबर पर अपने माता पिता और दूसरे नंबर पर क्रिकेट को स्थान दिया. धोनी ने अपने दम पर भारत को कई मैच जिताए है. 2014 में जब धोनी ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा तो वह काफी इमोशनल हो गए और ड्रेसिंग रूम में जाकर फूट फूट कर रोने लगे.
4. विराट कोहली:-
वर्तमान में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली क्रिकेट जगत के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं. रन मशीन कहे जाने वाले विराट ने कई बार अपनी टीम को मैच जिताए हैं और कई बार भारतीय टीम को मैच न जिताने का अफ़सोस विराट के चेहरे पर साफ़ तौर पर देखा जा चुका है.
साल 2006 में रणजी ट्रॉफी के दौरान पिता की मौत के दिन विराट मैदान पर बैटिंग के लिए उतरे और टीम को मैच हारने से बचा लिया. साल 2012 में टी 20 वर्ल्ड कप में भारत को साऊथ अफ्रीका को बड़े अंतर से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनानी थी. भारत ने यह मैच 1 रन से जीता लेकिन टीम सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाई. इसी बीच कोहली मैदान पर इमोशनल हो गए और उनकी आंखों नम हो गईं.
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