दोस्तों अपने क्रिकेट प्रतिभा के कारण कुछ खिलाड़ी हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाते हैं। लेकिन आज इस पोस्ट में हम एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जो क्रिकेट नहीं बल्कि अपने काले कारनामे के कारण याद किए जाते हैं। दरअसल दुनिया का यह पहला और एकमात्र क्रिकेटर हैं जिसे फांसी पर लटकाया गया था।
दोस्तों जिस खिलाड़ी की हम बात कर रहे हैं वह खिलाड़ी वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर लेस्ली हिल्टन है। हिल्टन को अपनी पत्नी की मर्डर के जुर्म में फांसी की सजा दी गई थी। लेस्ली ने अपनी पत्नी लार्लीन रोज की हत्या केवल इसलिए कर दी थी क्योंकि उनकी पत्नी ने उनसे बेवफाई की थी। हिल्टन अपनी पत्नी लार्लीन से साल 1935 में इंग्लैंड के विरुद्ध अपने पदार्पण टेस्ट मैच के दौरान मिले थे। कुछ सालों के अफेयर के बाद उन्होंने शादी कर ली जिसके 5 साल बाद एक बेटा भी हुआ, 12 साल के बाद इस रिश्ते में दरार पड़ गई।
हिल्टन की पत्नी लार्लीन रोज का कपड़ों का व्यापार था जिसके सिलसिले में वह न्यूयार्क आती-जाती रहती थी। इसी दौरान हिल्टन को एक गुमनाम चिट्ठी मिली जिसमें उनकी पत्नी और न्यूयॉर्क के रॉय फ्रांसिस के बीच अवैध संबंधों का जिक्र किया गया था। चिट्ठी मिलने के बाद हिल्टन ने अपनी पत्नी को तुरंत ही न्यूयॉर्क से वापस बुलाया और इस बारे में अपने पूरे परिवार वालों को बता दिया।
इस घटना के बाद उनकी पत्नी लार्लीन ने सच कबूल कर लिया। जिसके बाद हिल्टन अपनी पत्नी से काफी नाराज हो गए और उसने अपने गन से 7 गोलियां अपनी पत्नी के सीने में उतार दिया। इस घटना के बाद 20 अक्टूबर 1954 को हिल्टन का हत्या का दोषी पाया गया जिसके बाद हिल्टन ने खुद को खत्म करने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रहा और 17 मई 1955 को उन्हें फांसी की सजा दे दी गई।
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